नेपाल के नए विवादित मानचित्र जिसमें लीपु लेक, लिमपिया दूरा और कलापानी अपने हिस्से में दिखाया है तबसे एक गुट नेपाल का विरोध को कुछ दूसरे तरीके से करने की कोशिश कर रहा है।
अभी हाल ही में चीन से हुई तना तनी में भारतीय जनता ने बॉयकॉट चाइनीज प्रोडक्ट और ऐप्स का खूब समर्थन किया। इसी आधार पर एक गुट नेपाल का विरोध करने के लिए पतंजलि के CEO आचार्य बालकृष्ण जो नेपाली मूल के है का विरोध करने पर उतर आया है। बालकृष्ण पतंजलि के CEO के साथ साथ पतंजलि में उनके 96 प्रतिशत से ज्यादा के शेयर भी है और फोर्ब्स मैगज़ीन ने उन्हें टॉप 50 बिजनेसमैन की सूचि में भी रखा था।
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आचार्य बालकृष्ण |
कुछ समय के लिए ट्विटर पर #BoycottPatanjali भारत में नंबर एक पर ट्रेंड कर रहा था। पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण पर कुछ साल पहले भारतीय नागरिक होने पर काफ़ी बवाल कटा था। जिसके बाद कोर्ट से उन्हें राहत मिली थी। आपको बता दें कि बालकृष्ण के माता पिता नेपाल से आए हुए प्रवासी थे।
ट्विटर से बॉयकॉट पतंजलि की कुछ तस्वीरें
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